Gayatri Yajna by Dilip Rajeev

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T his work is a guidance to

establishing oneself in a great


yajna.

The happiness of individuals


evolve as they evolve the
spiritual light inside.
The Gayatri Yajna involves
studying the Gayatri Mantra
108 times, at the 3 sandhyas,
daily.
T he three sandhyas are at

early morning, midday, and at


night.
The gayatri
mantra is to be
studied with a deep sense 108
times, at the three Sandhyas.
Each sound of the mantra is to
be studied in a way that
brightens the inner. That
brightness inside is the Sun.

The Sun is a term used for the


Atman, the Soul.
When the sounds of the Gayatri
Mantra reveal an inner
brightness, keep the awareness
on that inner bright Sun.

The Sound vibrates the body


and the mind, and thus unveils
what is beyond the body and
the mind, which is the Soul, the
Sun.
D o keep sharing with all

your friends, and family. A


Yajna is to bring joy, love, and
spiritual light to the entire
world.

As part of the Yajna itself, do


take this work to as many in the
world, as you are able to.
108 times
Gayatri
Mantra
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥
ू वुभ ॒ स्व॑
ॐ भभ

तत्स॑वव॒ तवभ रु े ण्य॒ भर्गो॑ दे॒वस्य॑ धीमवि ।


वध्ो॒ ्ो न॑ प्रचो॒द्ा त ॥

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