GENERAL STUDIES (M): 2017 MAINS TEST SERIES 2016 - 17 Test Code: 927 ANSWER WRITING SKILL DEVELOPMENT Time Allowed: Three Hours Maximum Marks: 250 Cyclic, Flexible , Answer format , Expert Discussion, Micro & Macro Analysis INSTRUCTIONS Every Day of the week 10 AM There are TWENTY questions printed in ENGLISH & HINDI General Studies, Philosophy, Sociology, Public Admn., Geography & Essay All questions are compulsory. Email: [email protected] # 9650617807, 9717162595 Answers must be written in the medium authorized in the Admission Certificate, which must be stated clearly on the cover of this Question-cum-Answer (QCA) Booklet in the space provided. No marks will be given for answers written in medium other than the authorized one.
Any page or portion of the page left blank in the Question-cum-
Answer all the questions in NOT MORE THAN 200 WORDS 4. In view of the idea of holding simultaneous elections to the Lok each. Content of the answers is more important than its Sabha and State Legislative Assemblies, discuss the advantages that its implementation would lead to and the concerns that it length. All questions carry equal marks. 12.5X20=250 raises. 1. Enumerate the discretionary powers of the Governor mentioned िोकसभा और राज्य विधान सभाओं का चुनाि एक साथ कराने के विचार के in the Indian Constitution. Why is it said that the post of अिोक में, आसके कायायन्ियन से होने िािे िाभों और आससे ईपजने िािी governor has become highly politicised? समस्याओं पर चचाय कीवजए। भारतीय संविधान में ईवलिवखत राज्यपाि की वििेकाधीन शवियों की गणना कीवजए । ऐसा क्यों कहा जाता है कक राज्यपाि का पद ऄत्यवधक राजनीवतक हो 5. Proliferaton of Ministries and Departments in the government गया है? not only leads to weak coordination and integration but also fragmentation of functions. Comment in the context of India. 2. CAG is instrumental in securing accountability of the executive सरकार में मंत्राियों और विभागों का प्रसार न के िि समन्िय और समेकन को to the Parliament in the sphere of financial administration. कमजोर करता है, बवलक प्रकायों के विखंडन का भी मागय प्रशस्त करता है। भारत Elaborate. Enumerate the provisions made in the Constitution to के संदभय में रिप्पणी कीवजए। ensure the independence of the CAG. वित्तीय प्रशासन के क्षेत्र में संसद के प्रवत काययपाविका की जिाबदेवहता सुवनवित 6. Though judicial activism has made the judiciary more people करने में CAG की भूवमका महत्त्िपूणय है। विस्तारपूिक य बताआए। CAG friendly, there is also a negative side to the idea of a pro-active judiciary in the form of judicial overreach. Discuss with की स्ितंत्रता सुवनवित करने हेतु संविधान में िर्णणत प्रािधानों का ईलिेख examples. कीवजए। यद्यवप न्यावयक सकियता ने न्यायपाविका को ऄवधक िोक-ऄनुकूि (पीपि फ्रेंडिी) बना कदया है, ककन्तु ऄवत-सकिय न्यायपाविका की ऄिधारणा का एक 3. What are the different institutional arrangements in India to promote cooperation between the Centre and States? नकारात्मक पक्ष न्यावयक ऄवतिमण (जुवडशि ओिररीच) भी है। ईदाहरण सवहत Critically analyse the role of Inter-State Council to enhance चचाय कीवजए। cooperative federalism in India. 7. Examine the reasons behind the government's decision to कें द्र और राज्यों के बीच सहयोग को बढ़ािा देने के विए भारत में विवभन्न संस्थागत dismantle the plan-non-plan classification of expenditure. How व्यिस्थाएं कौन-सी हैं? भारत में सहकारी संघिाद को बढ़ािा देने में ऄंतरायज्यीय will the new classification of schemes into 'core of the core', पररषद की भूवमका का अिोचनात्मक वि्ेषण कीवजए। 'core' and 'optimal' address the shortcomings of the earlier classification?
सरकार द्वारा व्यय के योजनागत और गैर-योजनागत िगीकरण को समाप्त संविधान की छठी ऄनुसूची के प्रािधान जनजावत समुदायों की अिश्यकताएं करने के वनणयय के पीछे के कारणों का परीक्षण कीवजए। योजनाओं का 'कोर पूरा करने हेतु वनचिे स्तर पर कु छ अिश्यक शवियां प्रत्यायोवजत करते हैं। छठी ऄनुसूची के ऄंतगयत स्थावपत संस्थाओं द्वारा सामना की जा रही अधुवनक ऑफ़ द कोर', 'कोर' और 'ऑप्िीमि' (आष्टतम) के रूप में नया िगीकरण ककस समय की चुनौवतयों की जांच करते हुए चचाय कीवजए। प्रकार पूियिती िगीकरण की कवमयों को दूर करे गा? 11. The political empowerment of Panchayati Raj Institutions (PRIs) has not been accompanied by empowerment in other spheres. 8. The amendment to do away with the domicile requirement for Comment. Also examine whether devolving functional elections to the Rajya Sabha has militated against the very autonomy, administrative support and financial resources to the purpose that guided the Constituent Assembly to create the PRIs can help in overcoming the issues related to PRIs. Council of States and reduced it to a mere revising chamber. Critically analyse. पंचायती राज संस्थाओं (PRIs) के राजनीवतक सशविकरण को ऄन्य क्षेत्रों के सशविकरण से संबद्ध नहीं ककया गया है। रिप्पणी कीवजए। आसके साथ ही राज्य सभा में वनिायचन हेतु ऄवधिास (डोवमसाआि) की ऄहयता हिाने िािा संशोधन राज्यसभा बनाने के विए संविधान सभा को वनदेवशत करने िािे मूि परीक्षण कीवजए कक क्या PRIs को प्रकायायत्मक स्िायत्तता, प्रशासवनक ईद्देश्यों के प्रवतकू ि है और ऐसा करके आसे मात्र पुनरीक्षण सदन बना कदया गया सहायता और वित्तीय संसाधन सौंपने से PRIs से संबंवधत मुद्दों को संबोवधत है। अिोचनात्मक वि्ेषण कीवजए। करने में सहायता वमि सकती है?
9. Discuss the significance of the concept of Office of Profit as
enshrined in the Indian Constitution. Why has it been embroiled 12. While it has been argued that the judiciary should be brought in controversies for a long time? Analyse the role played by under RTI, a balance also needs to be maintained between judiciary in this regard. independence of the judiciary and the right of people to know. भारतीय संविधान में यथा प्रवतष्ठावपत िाभ के पद की ऄिधारणा के महत्ि पर In this context, discuss the pros and cons of bringing the चचाय कीवजए। यह िंबे समय से वििादों में क्यों बना रहा है? आस संबंध में judiciary under the ambit of RTI. न्यायपाविका द्वारा वनभाइ गइ भूवमका का वि्ेषण कीवजए। एक ओर जहां यह तकय कदया जाता रहा है कक न्यायपाविका को RTI के दायरे में िाया जाना चावहए, िहीं दूसरी ओर न्यायपाविका की स्ितंत्रता और िोगों 10. The provisions of the Sixth Schedule of the Constitution devolve some essential powers to the lower levels in order to cater to के ‘जानने के ऄवधकारों’ के बीच संतुिन बनाए रखे जाने की भी अिश्यकता the needs of the tribal community. Discuss, while examining the है। आस संदभय में, न्यायपाविका को RTI के दायरे में िाए जाने के पक्ष और modern day challenges faced by the institutions set up under विपक्ष पर चचाय कीवजए। the Sixth Schedule.
13. Differentiate between pressure groups and political parties. It is 16. Government advertisements have often been viewed as misuse often said that pressure groups are primarily a consequence of of taxpayer’s money for enhancing the image of political parties. inadequacies of the political parties in India. Discuss the above Discuss in the light of relevant SC rulings. Also enumerate the statement in the context of rising environmental protection recommendations made by the Twentieth Law Commission to groups. address the issue of paid news and political advertisements. दबाि समूहों और राजनीवतक दिों के बीच ऄंतर बताइए। प्रायः यह कहा सरकारी विज्ञापनों को प्रायः राजनीवतक दिों की छवि का मवहमामंडन करने जाता है कक दबाि समूह मुख्य रूप से भारत में राजनीवतक दिों की ऄयोग्यता के विए करदाताओं के पैसे के दुरुपयोग के रूप में देखा जाता है। सिोच्च का पररणाम हैं। पयायिरण संरक्षण समूहों की बढ़ती संख्या के संदभय में उपयुि य न्यायािय के निीनतम वनणययों के अिोक में आस पर चचाय कीवजए। आसके साथ कथन पर चचाय कीवजए। ही पेड न्यूज और राजनीवतक विज्ञापनों के मुद्दे का समाधान करने के विए 20िें विवध अयोग द्वारा की गइ ऄनुशंसाओं का ईलिेख कीवजए।
14. Give an account of the factors responsible for the limited
success of Lok Adalats. What measures are required to ensure 17. In a paradigmatic shift from the command and control approach that Lok Adalats function as an effective dispute redressal of the past, NITI Aayog accommodates diverse points of view in mechanism? a collaborative, rather than confrontationist setting. Comment. िोक ऄदाितों की सीवमत सफिता के विए ईत्तरदायी कारणों का वििरण प्रवतमानी पररितयन (paradigmatic shift) के तहत, पूियिती कमांड एंड दीवजए। िोक ऄदाितें प्रभािी वििाद वनिारण तंत्र के रूप में कायय करें , आसे कं ट्रोि (कमान और वनयंत्रण) के दृवष्टकोण से परे नीवत अयोग ऄब िकराि की सुवनवित करने के विए क्या ईपाय ककये जाने अिश्यक हैं? बजाय सहयोगी विचार के साथ विवभन्न दृवष्टकोणों का समायोजन करता है। रिप्पणी कीवजए। 15. Part IV of the Indian Constitution has great value as it provides for social and economic democracy. In light of the above statement, discuss the importance and limitations of this part of 18. Vast powers have been vested in the office of the Speaker to the constitution. strengthen the democratic institutions of the parliamentary भारतीय संविधान के भाग IV का ऄत्यवधक महत्ि है क्योंकक यह राजनीवतक system, and not to stifle dissent or protest in the House. Comment in the context of India. िोकतंत्र से वभन्न सामावजक तथा अर्णथक िोकतंत्र हेतु प्रािधान करता है। ईपयुयि कथन के अिोक में, संविधान के आस भाग के महत्ि तथा सीमाओं पर िोक सभा के ऄध्यक्ष को व्यापक शवियां िस्तुतः संसदीय प्रणािी की चचाय कीवजए। िोकतांवत्रक संस्थाओं को मजबूत बनाने के विए वनवहत की गइ हैं, न कक सदन में ऄसहमवत या विरोध को दबाने के विए। भारत के संदभय में रिप्पणी कीवजए।
19. Tenth Schedule of the Constitution and the subsequent amendments have failed at solving the problem of defections and opportunistic politics. Critically analyse. संविधान की दसिीं ऄनुसूची और पश्चातिती संशोधन दिबदि और ऄिसरिादी राजनीवत की समस्या को हि करने में विफि रहे हैं। अिोचनात्मक वि्ेषण कीवजए।
20. It is the Parliamentary system, with its basis on constant
accountability, accommodation and inclusion, which can best serve the needs of the country. Examine, keeping in mind the arguments that are periodically put forward for adopting the Presidential system in India.
वनरं तर जिाबदेही, समायोजन और समािेश पर अधाररत संसदीय प्रणािी ही
देश की अिश्यकताओं की सिोत्तम तरीके से पूर्णत कर सकती है। भारत में समय-समय पर राष्ट्रपवत प्रणािी ऄपनाने हेतु प्रस्तुत ककये जाने िािे तकों को ध्यान में रखते हुए परीक्षण कीवजए।
Thomas R. Harberson and Bill Talley v. National Labor Relations Board, and Hilton Hotels Corporation, D/B/A The Denver Hilton Hotel, Intervenor, 810 F.2d 977, 10th Cir. (1987)