Dr. Devraj
सन् 1985 से निरंतर ढाई दशक तक मणिपुर विश्वविद्यालय, इम्फाल में सेवारत रहते हुए संपूर्ण पूर्वोत्तर भारत में हिंदी में मौलिक लेखन एवं अनुवाद संबंधी गतिविधियों, हिंदी प्रचार आंदोलन तथा हिंदी पत्रकारिता के विकास में सक्रिय भागीदारी। मणिपुर हिंदी परिषद, इम्फाल की त्रैमासिकी ‘महिप पत्रिका’ के प्रारंभकर्ता समूह के सदस्य और दस वर्ष तक संपादन। ‘हिंदी लेखक मंच, मणिपुर’ के संस्थापक एवं पहले सचिव। ‘पूर्वोत्तर अध्ययन परिषद’ के संस्थापक। मणिपुर विश्वविद्यालय, इम्फाल के हिंदी विभाग में आचार्य एवं अध्यक्ष तथा मानविकी संकाय के अधिष्ठाता के रूप में कार्य। सन् 2013 से महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा (महाराष्ट्र) के अनुवाद एवं निर्वचन विद्यापीठ में आचार्य तथा अधिष्ठाता के रूप में कार्य। राजीव गांधी विश्वविद्यालय, ईटानगर (अरुणाचल) में अतिथि-आचार्य के रूप में कार्य। ‘तेवरी’ काव्यांदोलन के घोषणाकारों में से एक तथा उसके घोषणापत्र के लेखक।
हिंदी में कविता, समालोचना, लोक-साहित्य और अनुवाद के क्षेत्र में दस पुस्तकें प्रकाशित। सत्रह ग्रंथों का संपादन।
संप्रति : सेवा-निवृत्त होने के पश्चात लेखन और अनुवाद में सक्रिय।
हिंदी में कविता, समालोचना, लोक-साहित्य और अनुवाद के क्षेत्र में दस पुस्तकें प्रकाशित। सत्रह ग्रंथों का संपादन।
संप्रति : सेवा-निवृत्त होने के पश्चात लेखन और अनुवाद में सक्रिय।
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Papers by Dr. Devraj
हिंदी के 'नई कविता' और 'समकालीन कविता' आंदोलन से कई स्तर पर समानता द्वितीय समरोत्तर मणिपुरी कविता के प्रति अतिरिक्त आकर्षण उत्पन्न करने वाला कारक है।
हिंदी के 'नई कविता' और 'समकालीन कविता' आंदोलन से कई स्तर पर समानता द्वितीय समरोत्तर मणिपुरी कविता के प्रति अतिरिक्त आकर्षण उत्पन्न करने वाला कारक है।