मुझे कुछ कहना है
मुझे कुछ कहना है | |
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मुझे कुछ कहना है का पोस्टर | |
निर्देशक | सतीश कौशिक |
लेखक |
भोलू ख़ान अमन जाफ़री रूमी जाफ़री |
निर्माता | वाशु भगनानी |
अभिनेता |
तुषार कपूर, करीना कपूर, रिंकी खन्ना |
संगीतकार | अनु मलिक |
प्रदर्शन तिथियाँ |
25 मई, 2001 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
मुझे कुछ कहना है 2001 की हिन्दी भाषा की रूमानी फ़िल्म है। इसे सतीश कौशिक द्वारा निर्देशित और वाशु भगनानी द्वारा निर्मित किया गया है। यह फिल्म तुषार कपूर की पहली फ़िल्म है।[1] इसमें उन्होंने करीना कपूर के साथ अभिनय किया है। यह फ़िल्म 1998 की तेलुगु फ़िल्म थोली प्रेमा की आधिकारिक रीमेक थी। इसे 25 मई 2001 को जारी किया गया था।
संक्षेप
[संपादित करें]करण (तुषार कपूर) पढ़ाई में कमजोर है लेकिन संगीत और मस्ती में उसकी रूचि है। इसके कारण हमेशा अपने पिता से उसकी लड़ाई होती रहती है। लेकिन जब वह अपने सपनों की लड़की को देखता है तो उसकी जिंदगी बदल जाती है। वह उसे जहां भी देखता है उसका पीछा करता है। लेकिन एक दिन वह उसे ढूंढने के लिए शहर से बाहर जाता है लेकिन नहीं ढूंढ पाता। बाद में उसके पिता उसे दूसरे शहर भेज देते हैं लेकिन उसकी कार ख़राब हो जाती है। वह लिफ्ट लेता है और पाता है कि यह वही लड़की है। उसका नाम पूजा (करीना कपूर) है। उनके जाते समय एक ट्रक आता है और टक्कर मारता है। उनकी कार घाटी में गिर जाती है। लेकिन करण और पूजा चट्टान पर होते हैं। करण का हाथ पूजा को बचाने के बाद फिसल जाता है और वह नीचे गिर जाता है।
होश में आने के बाद पूजा को एहसास होता है कि यह उसकी गलती थी कि करण की मृत्यु हो गई और वह उसके शरीर की तलाश करती है। लेकिन करण को एक आदमी द्वारा पाया जाता है और उसे अस्पताल ले जाया जाता है। फिर वह अपने परिवार से मिल जाता है और पूजा की तलाश में निकल पड़ता है। वह पहले उसे ढूंढ लेती है और उनमें दोस्ती शुरू हो जाती है। बाद में वह उसके करीब आता है। लेकिन उसे पता चलता है कि वह पढ़ाई के लिए अमेरिका जा रही है। वह कबूल करता है कि वह उससे प्यार करता है। वह भी उससे प्यार का इज़हार करती है और दोनों तय करते हैं कि जब वह वापस आएगी तो वे शादी कर लेंगे।
मुख्य कलाकार
[संपादित करें]- तुषार कपूर — करण सिंह
- करीना कपूर — पूजा सक्सेना
- दलीप ताहिल — कृष्ण सिंह
- अमरीश पुरी — सूबेदार बलराम सिंह
- रिंकी खन्ना — प्रिया सलूजा
- व्रजेश हीरजी — चीकू
- आलोक नाथ — राणा विरेन्द्र प्रताप सिंह
- हिमानी शिवपुरी — करण की माता
- हेमंत पाण्डे — डब्बू
- पंकज बैरी — पंकज
संगीत
[संपादित करें]सभी गीत समीर द्वारा लिखित; सारा संगीत अनु मलिक द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "आ रंग दे दुपट्टा मेरा" | अनुराधा श्रीराम | 6:06 |
2. | "गुंचा है गुल है" | सोनू निगम | 5:51 |
3. | "जबसे देखा है" | बाबुल सुप्रियो | 4:47 |
4. | "जबसे देखा है" (II) | अलका यागनिक | 6:28 |
5. | "मैंने कोई जादू नहीं किया" | बाबुल सुप्रियो, पिंकी & प्रीति | 6:32 |
6. | "मुझे कुछ कहना है" | केके | 5:04 |
7. | "प्यार रे दिल मांगे प्यार रे" | केके | 5:38 |
8. | "इस प्यार को मैं क्या नाम दूँ" | सोनू निगम | 6:51 |
नामांकन और पुरस्कार
[संपादित करें]वर्ष | नामित कार्य | पुरस्कार | परिणाम |
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2001 | तुषार कपूर | फ़िल्मफ़ेयर पुरुष प्रथम अभिनय पुरस्कार | जीत |
अनु मलिक | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीतकार पुरस्कार | नामित |
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "Satish Kaushik ने इन सुपरहिट फिल्मों से रचा था इतिहस, सलमान खान के डूबते करियर को भी बचाने में था बड़ा हाथ". www.bollywoodlife.com. 9 मार्च 2023. अभिगमन तिथि 24 जुलाई 2023.