कल्कि
- Afrikaans
- العربية
- অসমীয়া
- Basa Bali
- Bikol Central
- বাংলা
- Brezhoneg
- Català
- 閩東語 / Mìng-dĕ̤ng-ngṳ̄
- Deutsch
- Ελληνικά
- English
- Español
- فارسی
- Suomi
- Français
- Galego
- ગુજરાતી
- हिन्दी
- Magyar
- Bahasa Indonesia
- Italiano
- 日本語
- Jawa
- ភាសាខ្មែរ
- ಕನ್ನಡ
- 한국어
- Kurdî
- Lietuvių
- मैथिली
- മലയാളം
- ꯃꯤꯇꯩ ꯂꯣꯟ
- मराठी
- Bahasa Melayu
- Nederlands
- Norsk bokmål
- ਪੰਜਾਬੀ
- Polski
- پنجابی
- Português
- Русский
- Simple English
- Српски / srpski
- Svenska
- தமிழ்
- తెలుగు
- ไทย
- Tagalog
- Татарча / tatarça
- Українська
- اردو
- 中文
उपकरणहरू
साधारण
छाप्नुहोस्/निर्यात गर्नुहोस्
अन्य परियोजनाहरू
स्वरूप
विकिपिडिया, एक स्वतन्त्र विश्वकोशबाट
कल्कि विष्णु भगवानको भविष्यमा हुने अवतार मानिन्छ। पुराणकथाहरू अनुसार कलियुगमा पापको सीमा नाँघि सके पछि विश्वमा दुष्टहरूको संहार गर्नको लागि कल्कि अवतार प्रकट हुन्छ। कल्कि अवतार कलियुगको अन्तको लागि हुन्छ। यो विष्णु भगवानको आवतारहरू मध्य एक हो। जब कलियुगमा मानिसहरूले धर्मको अनुसरण गर्न बन्द गरी दिन्छ तब यो अवतार हुन्छ।
कल्कि भगवानको कथा कल्कि पुराणमा उल्लेखित छ।
बाह्य लिंक
[सम्पादन गर्नुहोस्]भगवान विष्णुका २४अवतारहरू | ||
---|---|---|
मुख्य १० अवतार | • मत्स्य अवतार • कूर्म अवतार • बराह अवतार • नृसिँह अवतार • वामन अवतार • परशुराम अवतार • श्रीराम अवतार • श्रीकृष्ण अवतार • बलराम • बुद्ध अवतार • कल्की अवतार | |
अन्य १४ अवतार | ||
उत्तर भारतमा बुद्धलाई नवौ अवतार तथा दक्षिण भारतमा बलरामलाई नवौ अवतार मानिएको छ। |
विकिमिडिया कमन्समा कल्कि सम्बन्धी अन्य सामग्रीहरू रहेका छन्।
"https://ne.wikipedia.org/w/index.php?title=कल्कि&oldid=1253874" बाट अनुप्रेषित